Saraswati-Putra
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ASIN B09Z8DCK47
- टाईटल : इंतज़ार तुम्हारा
- Title : Intezaar Tumhara
- Author : Harsh Ranjan
- Publisher : The Digital Idiots
- Language : Hindi
- Print length : 90 pages almost
- Poetry Collection
- Versions : E-Book
Description
सरस्वती-पुत्र
कला सबसे सुंदर होती है
पर ज़िंदगी कुरूप देती है,
वो प्रशंसा बन आनी थी,
पर बड़ी विद्रूप होती है।
सरस्वती के वीणा की तारों
के बेबस सुरीले तनाव में,
हंसो के विवेक में और
कलियुग के उससे दुराव में,
हमने पाया है वेद ऋचाओं को
ज्ञान और व्यावसायिकता के चुनाव में।
कला स्वर्ग सी हो चुकी है
जिसे जीते जी पा नहीं सकते,
मरकर जिसकी क़ीमत देनी हो,
उससे जी भी लगा नहीं सकते!
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